भारत में धनतेरस (18 अक्टूबर 2025) के अवसर पर सोने और चांदी दोनों की कीमतों में असामान्य रूप से तेजी देखी गई है।

भारत में धनतेरस (18 अक्टूबर 2025) के अवसर पर सोने और चांदी दोनों की कीमतों में असामान्य रूप से तेजी देखी गई है। 

 

 

मुख्य बिंदु

  • 24 कैरेट सोने का भाव लगभग ₹13 ,278 प्रति ग्राम पर पहुंच गया है, 22 कैरेट सोने का लगभग ₹12 ,171 प्रति ग्राम और 18 कैरेट सोने का लगभग ₹9 ,959 प्रति ग्राम रहा।
  • Multi Commodity Exchange of India (MCX) पर सुबह 8 बजे सोने का आयामी भाव ₹1,27,320 प्रति 10 ग्राम दर्ज हुआ। चांदी का भाव ₹1,57,300 प्रति किलोग्राम रहा।
  • इस तरह की कीमतें पिछले साल के मुकाबले बहुत ऊँची हैं, और इस बार पारंपरिक सोने-खरीदारी के अवसर पर खरीदारों को असाधारण स्थिति देखने को मिली है।

क्यों इतनी तेजी?

  • घरेलू और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर अस्थिरता, मुद्रास्फीति और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प बना दिया है।

  • त्योहार के समय में खरीद-बेच की बढ़ती प्रवृत्ति ने मांग को बढ़ावा दिया है। ‘धनतेरस’ जैसी तिथियों पर सोना-चांदी खरीदने का परम्परागत चलन रहा है।

  • हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार इस जैसी उछाल के कारण सामान्‍य खरीदारों के लिए सोना महंगा हो गया है, और इस वजह से पैमाने में थोड़ा बदलाव देखा गया है — उदाहरण के लिए, लोग भारी गहनों की बजाय सिक्के-बार्स की ओर बढ़ रहे हैं।

हस्ताक्षर एवं प्रभाव

  • व्यवसायियों का कहना है कि गहनों (ज्वेलरी) की मांग इस साल घट सकती है क्योंकि सोने की कीमतें बहुत ऊपर चली गई हैं। इसके विपरीत, निवेश-खंड में सोने/चांदी को लेकर रुचि बनी हुई है।

  • चांदी की कीमतों में कुछ कमी आ रही है क्योंकि भौतिक आपूर्ति आसान हो रही है — इससे चांदी के प्रीमियम में गिरावट देखी गई है।

  • खरीदारी के लिहाज़ से देखा जाए तो, यह स्थिति ग्राहकों को सोचने के लिए मजबूर कर रही है कि क्या अब सोना खरीदना सही समय है? विशेषज्ञों का सुझाव है कि यदि निवेश करने का उद्देश्य हो तो सही-मामले में सोने में अवसर हो सकता है, लेकिन गहराई से जान-जान ज़रूरी है।

ध्यान देने योग्य बातें

  • सोना खरीदते समय सिर्फ प्रति ग्राम भाव नहीं देखना चाहिए — ज्वेलरी में निर्माण लागत, जीएसटी, स्थानीय चार्जेज आदि भी जोड़ते हैं; इससे अंतिम खर्च बढ़ सकता है।

  • यदि आप गहने खरीद रहे हैं (ज्वेलरी), तो वजन, डिज़ाइन और शुद्धता (कैरेट) के साथ-साथ बाजार में दिए जा रहे ऑफर्स और छूट भी ध्यान दें।

  • त्योहार जैसे धनतेरस के दिन भाव तेजी से बदल सकते हैं — सुबह का भाव और शाम का भाव अलग हो सकते हैं। इसलिए तुरंत निर्णय लेने से पहले थोड़ी रिसर्च करना समझदारी होगी।

  • यदि निवेश के उद्देश्य से सोना लिया जा रहा है, तो सिक्के-बार्स विकल्प पर विचार कर सकते हैं क्योंकि उनमें निर्माण लागत कम हो सकती है और शुद्धता अधिक होती है।

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