हरियाणा में महिलाओं के सशक्तिकरण की नई पहल: लाडो लक्ष्मी योजना ऐप लॉन्च
हरियाणा सरकार ने महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम में दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना (DDLLYP) का मोबाइल एप लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने इसे “महिलाओं की आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक पहल” बताया।
अब मोबाइल एप से मिलेगा हर महीने ₹2100 का लाभ
इस योजना के तहत हरियाणा की पात्र महिलाओं को हर महीने ₹2,100 सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे। एप के ज़रिए आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया गया है ताकि किसी भी महिला को योजना का लाभ लेने में परेशानी न हो।
सीएम सैनी ने बताया कि एप लॉन्च होते ही 50 हजार महिलाओं ने डाउनलोड कर लिया और 8 हजार महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन भी पूरा कर लिया है। यह प्रदेश की महिलाओं की बढ़ती जागरूकता और भागीदारी का संकेत है।
महिलाओं की सहायता के लिए टोल-फ्री नंबर जारी
पंजीकरण में किसी भी तरह की दिक्कत को दूर करने के लिए सरकार ने दो टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं —
📞 01724-880500
📞 1800-180-2231
इन नंबरों के माध्यम से महिलाएं एप डाउनलोड, लॉगिन या फॉर्म भरने से जुड़ी किसी भी जानकारी या सहायता प्राप्त कर सकती हैं।
5,000 करोड़ का बजट, 21 लाख महिलाओं को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के पहले चरण में 21 लाख महिलाएं लाभार्थी होंगी। राज्य सरकार ने इस पहल के लिए ₹5,000 करोड़ का बजट निर्धारित किया है।
सबसे खास बात — एक ही परिवार की सभी पात्र महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकेंगी।
851 करोड़ की नई योजनाओं और अस्पतालों का उद्घाटन
लाडो लक्ष्मी योजना ऐप लॉन्च के साथ ही मुख्यमंत्री सैनी ने 851 करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का उद्घाटन भी किया। इसमें 10 नए अस्पतालों का शुभारंभ शामिल है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत अब गंभीर बीमारियों का ₹5 लाख तक फ्री इलाज संभव है, और 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए राज्य सरकार ने मुफ्त चिकित्सा सेवा लागू की है।
“महिलाओं के सम्मान और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर”
सीएम सैनी ने अपने संबोधन में कहा —
“लाडो लक्ष्मी ऐप सिर्फ एक तकनीकी पहल नहीं, बल्कि यह हरियाणा की महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का माध्यम है। हमारा उद्देश्य है कि कोई भी बेटी, बहन या मां आर्थिक रूप से कमजोर महसूस न करे।”